रायबरेली की राजनीति और दबंगई में पिछले तीन दशक से बेताज बादशाह रहे अखिलेश सिंह ने हर तरह की लहर, दांव और सियासत को अपने सामने बौना साबित कर दिया था. मंगलवार की सुबह अखिलेश सिंह का लखनऊ के पीजीआई में निधन हो गया. वो लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे.
बता दें कि एक समय था जब गरीब आदमी को अखिलेश सिंह से पनाह में रहम और राहत मिलती दिखती थी तो दूसरी तरफ शहर के सभ्य, शिक्षित और पैसे वाले इस नाम से खौफ खाते थे. सुभाष चंद्र बोस को वह अपना आदर्श मानते थे. ये मानते थे कि सुभाष चंद्र बोस की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी वह अब भी जिंदा हैं. इसके लिए उन्होंने विधानसभा तक में आवाज उठाई थी.