लखनऊ,एजेंसी-10 फरवरी। मुजफ्फरनगर दंगा मामले में गिरफ्तारियों के विरोध में रविवार को हुई खाप पंचायत में मुजफ्फरनगर दंगों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग करने के साथ राज्य सरकार को चेतावनी दी गई कि अब किसी निर्दोष की गिरफ्तारी नहीं होने दी जाएगी।
मुजफ्फरनगर के फुगाना गांव में हुई इस पंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के करीब 40 खापों के चौधरियों ने शिरकत की।
पंचायत ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई गई स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) पर उन्हें भरोसा नहीं है। वह फर्जी तरीके से लोगों को फंसा रही है। दंगा और उससे जुड़े मामलों की जांच सीबीआई से कराई जाए।
पंचायत ने कहा कि हिंसा के दौरान दुष्कर्म के सात मामले दर्ज किए गए जिसमें अब तक दो मामले फर्जी साबित हो चुके हैं। पंचायत ने कहा कि अब किसी और निर्दोष की गिरफ्तारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर पुलिस गिरफ्तारी करने आई तो टकराव होगा।
पंचायत ने चौधरियों की एक सात सदस्यीय समिति बनाई है जो इन्हीं मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मिलेगी। गौरतलब है कि गत सितंबर माह में मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा में 62 लोग मारे गए थे और करीब 50 हजार लोग बेघर हो गए थे।
दंगे के बाद मुजफ्फरनगर के लोग (खासकर जाट समुदाय) लगातार पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते रहे हैं।