वेलिंग्टन,एजेंसी-18 फरवरी। न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैकुलम के ऐतिहासिक तिहरे शतक के बाद आखिरी टेस्ट ड्रॉ रहने के साथ ही भारत के न्यूजीलैंड दौरे का शर्मनाक अंत हो गया. दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला भारत ने 0-1 से गंवाई. इससे पहले पांच मैचों की वनडे सीरीज में भी धोनी सेना को 0-4 से हार का मूंह देखना पड़ा था.
दूसरे टेस्ट के पहले और दूसरे दिन भारत ने भले ही मैच में पकड़ बनाई थी लेकिन अंत में यह मैच मैकुलम के ईर्द-गिर्द ही घूमती रही. कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने जहां 302 रन की ऐतिहासिक पारी खेली वहीं विकेटकीपर बी जे वाटलिंग(124) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी की. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले जेम्स नीशाम ने भी अपने टीम के लिए नाबाद 137 रन बनाये. इन तीन शतकों से सजी कीवी पारी को कप्तान मैकुलम ने आठ विकेट पर 680 रन पर विराम दिया और भारत के सामने जीत के लिये 435 रन का असंभव सा लक्ष्य दिया.
आपसी सहमति के बाद मैच जब ड्रॉ घोषित किया गया उस समय टीम इंडिया ने 52 ओवर में तीन विकेट पर 166 रन बना लिये थे. विराट कोहली अपना छठा टेस्ट शतक जमाकर 105 रन पर नाबाद रहे जबकि रोहित शर्मा ने 31 रन बनाये.
न्यूजीलैंड के दूसरी पारी के पांच विकेट 94 रन पर उखाड़ने के बाद भारत यह टेस्ट जीतने की ओर था लेकिन मैकुलम और वाटलिंग ने छठे विकेट के लिये विश्व रिकार्ड 352 रन की साझेदारी करके मेजबान की मैच में वापसी कराई.
मैकुलम ने न्यूजीलैंड के लिये सर्वोच्च टेस्ट स्कोर का मार्टिन क्रो का 299 रन का रिकार्ड तोड़ा जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ इसी मैदान पर 1991 में बनाया था.
टेस्ट क्रिकेट में पांचवें नंबर के बल्लेबाज का यह तीसरा सर्वोच्च स्कोर है. इस क्रम पर उनसे अधिक रन माइकल क्लार्क (भारत के खिलाफ 2012 में नाबाद 329) और सर डान ब्रैडमेन (इंग्लैंड के खिलाफ 1934 में 304 रन) ने बनाये हैं. मैकुलम दूसरी पारी में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए. उनसे अधिक रन दूसरी पारी में पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद (337) ने 1958 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाये थे. वह तिहरा शतक जड़ने वाले 24वें टेस्ट बल्लेबाज बने.
जीत के लिये 435 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने लंच के बाद अपने तीन शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये. कोहली ने हालांकि मोर्चा संभाला और 135 गेंद में 15 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 105 रन बनाकर टीम को संकट से निकाला.
कोहली ने अपना शतक पारी के 49वें ओवर में 129 गेंद पर पूरा किया. उन्हें लंच के बाद 13वें ओवर में 23 के निजी योग पर जीवनदान मिला जब अंपायर स्टीव डेविस ने ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर कैच आउट की अपील को खारिज कर दिया.
इसका फायदा उठाते हुए कोहली ने रोहित के साथ चौथे विकेट की नाबाद साझेदारी में 112 रन जोड़े.
लंच के बाद बिना किसी नुकसान के 10 रन से आगे खेलते हुए भारत को टेस्ट बचाने के लिये दो सत्र विकेट बचाकर खेलना था लेकिन भारत का टॉप ऑर्डर नाकाम रहा. शिखर धवन (2) और मुरली विजय (7) जल्द आउट हो गए. साउदी ने चेतेश्वर पुजारा (17) और विराट कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिये 44 रन की साझेदारी को भी तोड़ा.
इससे पहले मैकुलम ने 200वें ओवर में जहीर खान को थर्डमैन पर चौका जड़कर अपना तिहरा शतक पूरा किया. उन्होंने 218 रन से आगे खेलना शुरू किया था और उन्हें इस जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिये सिर्फ 19 रन की जरूरत थी.
दूसरे छोर पर नीशाम 67 रन बनाकर खेल रहे थे. नीशाम ने सुबह छह चौके लगाये और अपना पहला टेस्ट शतक 199वें ओवर में पूरा किया जिसके लिये उन्होंने 124 गेंदों का सामना किया और कुल 15 चौके जड़े.
कीवी पारी के आकषर्ण का केंद्र हालांकि मैकुलम थे जिन्होंने अगले ओवर में तिहरा शतक पूरा किया. उसके बाद हालांकि वह ज्यादा देर टिक नहीं सके और जहीर की गेंद पर धोनी को कैच दे बैठे.
भारत के लिये जहीर ने 170 रन देकर पांच विकेट लिये. मोहम्मद शमी को दो और रविंद्र जडेजा को एक विकेट मिला .