लखनऊ,एजेंसी-21 फरवरी | 16वी लोकसभा के निर्वाचन को तकरीबन नौ लाख कर्मचारी अंजाम देंगे। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद अब निर्वाचन आयोग में निर्वाचन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाने और ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए मंथन चल रहा है। उत्तर प्रदेश में मतदाता संख्या 13 करोड़ 43 लाख को पार गई है।
मतदाताओं के लिहाज से उप्र देश का सबसे बड़ा सूबा है। इसलिए आयोग की चुनौतियां भी बड़ी हैं। आयोग के सामने बड़ी चुनौती उन संसदीय क्षेत्रों में निर्वाचन सकुशल कराने की है, जो उसके और पुलिस के दस्तावेजों में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में दर्ज हैं।
वीआईपी सीटों के लिए विशेष सतर्कता बरतने की तैयारी चल रही है। वैसे तो निर्वाचन की तैयारी जिलाधिकारी की सरपरस्ती में 365 दिन चलती रहती है। 10 प्रतिशत कर्मचारी निर्वाचन के लिए प्रशिक्षित कर रिजर्व में भी रखे जाने हैं। लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों का भविष्य जिन इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन ‘ईवीएम’ से तय होना है, उन्हें चमकाया जा रहा है। 1 लाख 40 हजार ईवीएम का इस्तेमाल होना है। मशीनों के प्रथम चरण का परीक्षण हो गया है।