लखनऊ,एजेंसी-7 मार्च | यूपी की राजधानी में लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के संविदा चालकों एवं परिचालकों की हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जातीं तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस बीच महानगर बस सेवाएं ठप होने से 50 हजार से अधिक दैनिक यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि जबरन अनुबंध कराए जाने को लेकर महानगर परिवहन सेवा से जुड़े संविदा कर्मचारियों ने बस चलाने से इंकार कर दिया है। इसके विरोध में नगर बस चालकों ने चारबाग, कैसरबाग, आलमबाग बस अड्डों पर बस खड़ी करके आंदोलन शुरू कर दिया है।
परिवहन विभाग से जुड़े आला अधिकारी हालांकि मामले को सुलझाने की कोशिश में जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक वह कर्मचारियों को मनाने में नाकाम साबित हुए हैं। महानगर बस संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामराज विश्वकर्मा ने कहा कि पिछले दिनों सहायक प्रबंधक ने कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया और उन्हें नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी थी। अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारी को तत्काल हटाया जाए।
उन्होंने कहा कि साथ ही कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। जो अनुबंध परिवहन निगम के साथ था, उसको न कराकर लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट से अनुबंध कराने की बात कर रही है, जो कि न्याय संगत नहीं है। विश्वकर्मा ने कहा कि बातचीत का दौर जारी है लेकिन सुलह होने की संभावना कम है। अगर वार्ता के दौरान कुछ हल नहीं निकलता तो प्रदेश में जितने शहरों में महानगर बस सेवाएं हैं, सबको ठप कर दिया जाएगा।
इधर, महानगर परिवहन सेवा के प्रबंधक ए.रहमान ने कहा कि कर्मचारियों का अनुबंध 11 महीने के लिए ही किया जाता है। अब नया अनुबंध लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट से कराना होगा, जिससे ये लोग मना कर रहे हैं और उनकी जिद है कि उक्त अधिकारी को तत्काल हटाया जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कर्मचारी संघ के नेताओं के साथ बातचीत हो रही है, जल्द ही कोई हल निकलने की संभावना है। गौरतलब है परिवहन निगम के साथ अनुबंध और प्रतिभूति जमा होने के बावजूद महानगर परिवहन अनुबंध कराए जाने से नाराज कर्मचारियों ने गुरुवार से ही बसों का संचालन बंद कराना शुरू कर दिया था।