नई दिल्ली,एजेंसी-29 मार्च। बीजेपी ने अपनी पार्टी में उठे विरोध के तीखे स्वरों के बाद जेडीयू से निष्कासित नेता साबिर अली को दी गई पार्टी की सदस्यता रद्द कर दी है। इससे पूर्व, साबिर अली ने बीजेपी की सदस्यता हासिल करने के बाद उठे विवादों के बाद बिहार के बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान को खत लिखकर आग्रह किया था कि उनकी सदस्यता फिलहाल होल्ड पर रखी जाए। साबिर ने कहा कि एक कमेटी बनाकर उनकी जांच करा ली जाए… वह बैठकर बात करने को तैयार हैं और बेदाग साबित होने तक इंतजार करेंगे।
साबिर अली ने कहा कि अगर उनके खिलाफ आतंकवादी यासीन भटकल से जुड़े आरोप साबित हो जाते हैं, तो वह हमेशा के लिए राजनीति छोड़ देंगे, जो आरोप बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने लगाए हैं।
साबिर अली ने संवाददाताओं से कहा, मैंने धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर अपनी सदस्यता स्थगित करने को कहा है। मैंने उनसे एक समिति गठित करने का आग्रह किया है और इन अरोपों के आधार पर इसकी छानबीन करने को कहा है। अगर ये आरोप दूर-दूर तक भी सही पाए जाते हैं, तो मैं हमेशा के लिए राजनीति छोड़ दूंगा।
इससे पूर्व, जेडीयू से निकाले गए साबिर अली ने बीजेपी में शामिल होने के बाद उठे विवाद पर सफाई देते हुए कहा था कि मुख्तार अब्बास नकवी उनके बड़े भाई हैं, लेकिन उनकी तरफ से लगाए गए आरोप गलत हैं। एनडीटीवी से बातचीत में साबिर अली ने कहा कि अगर उन पर लगे आरोप साबित होते हैं, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को साबिर अली के बीजेपी में शामिल होने पर सख्त ऐतराज जताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि साबिर अली आतंकियों के दोस्त हैं। नकवी ने यासीन भटकल का नाम लेते हुए कहा था कि साबिर अली की आतंकियों के साथ दोस्ती है।