मुंबई। भारतीय मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के लिए बुधवार का दिन भी बिलकुल साधारण था, वह उसी तरह मैच से पहले ट्रेनिंग के लिए मैदान पर उतरे लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कहने से पहले यह उनका अंतिम अधिकारिक अभ्यास सत्र था। सुबह वह 9.55 पर जब ड्रेसिंग रूम से निकलकर सीढि़यों से होते हुए मैदान में पहुंचे तो यह भारत के कई मैचों से पहले उनकी दिनचर्या की तरह ही था।
वानखेड़े स्टेडियम में लंबे समय से कार्यरत मैदानकर्मी उनके पास आए, जिनमें से कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने 15 वर्षीय तेंदुलकर को इसी मैदान में 25 साल पहले रणजी ट्रॉफी में आगाज करते देखा था। इस दौरान एक छोटा सा सम्मान कार्यक्रम हुआ, जब मैदानकर्मियों ने उन्हें फूलों का एक गुलदस्ता पेश किया। तेंदुलकर ने इन सभी को एक साथ बुलाकर उनके साथ एक ग्रुप फोटो खिंचवाया। यह फोटो वह निश्चित रूप से अपनी पूरी जिंदगी सहेज कर रखेंगे। करीब 10 बजकर 45 मिनट पर बीसीसीआइ अध्यक्ष एन श्रीनिवासन, संजय पटेल और काशी विश्वनाथन के साथ आए। श्रीनिवासन, तेंदुलकर के पास गए और उन्होंने बातचीत शुरू करने से पहले उन्हें गले लगाया।