लखनऊ,एजेंसी-5 अप्रैल। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी द्वारा धर्मनिरपेक्ष लोगों को समाजवादी पार्टी (सपा) को वोट नहीं देने की अपील किए जाने का स्वागत किया है और कहा है कि बुखारी का कांग्रेस को समर्थन दिया जाना उतना ही हास्यास्पद है जितना कि बसपा की आलोचना करना।
बसपा द्वारा यहां जारी एक बयान में कहा, ‘कांग्रेस पार्टी और सपा सरकार का अब तक का रिकॉर्ड, खासकर मुस्लिम समाज के जान-माल तथा मजहब की सुरक्षा के मामले में अत्यन्त निराशाजनक रहा है, वहीं बसपा का रिकॉर्ड पूर्ण रूप से मुस्लिम समाज के लोगों के हित और कल्याण के लिए काफी शानदार रहा है।’
बयान के मुताबिक कांग्रेस अगर नरेन्द्र मोदी और भाजपा से लड़ने में सक्षम होती तो गुजरात के साथ-साथ मध्यप्रदेश और राजस्थान सहित अन्य राज्यों में भाजपा सत्ता में वापस नहीं आ पाती। खासकर उत्तरप्रदेश में तो बसपा ही भाजपा को धूल चटा सकती है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद छिड़ी सियासी बहस के बीच शुक्रवार को जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ दल से उन्हें अब भी ‘बहुत शिकायतें’ हैं, लेकिन देश में ‘सांप्रदायिक ताकतों’ को रोकने के लिए यह फैसला करना पड़ा है। उन्होंने पश्चिम बंगाल में हालांकि, कांग्रेस की बजाय ‘सिर्फ’ तृणमूल कांग्रेस को वोट देने की अपील की।
बुखारी ने अपने आवास पर ‘सांप्रदायिकता को भ्रष्टाचार से भी ज्यादा खतरनाक’ करार देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘इस समय सबसे बड़ा सवाल देश की एकता, अखंडता और धर्मनिरपेक्षता का है इसलिए मेरी ही नहीं, करोड़ों हिंदुस्तानी जनता की यह ख्वाहिश है कि एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण हो जहां भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और अत्याचार के लिए कोई स्थान नहीं हो। तमाम पहलुओं पर विचार करने के बाद हमने आगामी लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के समर्थन का फैसला किया है।’ इस बीच, सपा ने बुखारी के बयान पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि बुखारी का जहां से हित सधता है, वह वहीं चले जाते हैं।
सपा के प्रान्तीय प्रवक्ता शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ‘बुखारी साहब के बारे में सब लोग जानते हैं। वह हमारे (सपा) के साथ भी आए थे, रहे थे। उनका हित बहुत कुछ यहां भी हो गया है…अब दूसरी जगह हो जाएगा तो वहां चले गए हैं।’ बुखारी ने वर्ष 2012 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा का समर्थन किया था।