बेंगलूर,एजेंसी-5 अप्रैल। लंदन के मशहूर न्यूजपेपर ‘द इकोनॉमिस्ट’ ने अगले हफ्ते से भारत में शुरू होने जा रही वोटिंग को देश के भविष्य के लिए काफी अहम बताया है। एक दशक के दौरान देश के लिए सबसे अहम साबित होने वाले इन चुनावों के दौरान इकॉनॉमिस्ट ने देश के 814 मिलियन वोटरों को सलाह देते हुए कहा है कि वह नरेंद्र मोदी के लिए वोट न डालें। गलत होगा मोदी का चुनाव लंदन के इस साप्ताहिक न्यूजपेपर ने शुक्रवार को लिखा है कि बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का समर्थन इकॉनोमिस्ट की ओर से नहीं किया गया है। अखबार के मुताबिक वह एक ऐसे चेहरे के तौर पर सामने आ रहे हैं जो देश में बनने वाली अगली सरकार के मुखिया होंगे लेकिन एक ऐसा व्यक्ति जो भारत जैसे देश में लोगों के बीच भेदभाव को पैदा कर रहा है, उसके लिए देश का प्रधानमंत्री बनना गलत होगा। इकोनॉमिस्ट के मुताबिक गुजरात दंगों में नरेंद्र मोदी की भूमिका की वजह से वह मोदी का विरोध करते आए हैं। वह एक ऐसे राज्य के मुख्यमंत्री थे जहां पर वर्ष 2002 में हुए दंगों में 1,000 लोग मारे गए जिसमें से ज्यादातर मुसलमान थे। इकोनॉमिस्ट ने नरेंद्र मोदी की गुजरात में आर्थिक सुधारक के तौर पर तारीफ की है लेकिन साथ ही वर्ष 2002 में जो कुछ भी हुआ उसके लिए उनकी खासी आलोचना भी की है।
इकोनॉमिस्ट के मुताबिक या तो नरेंद्र मोदी 2002 में जो कुछ भी हुआ उसे विस्तृत तौर पर सबकों बताए या तो वह इसके लिए माफी मांगे। इकोनॉमिस्ट ने हैरानी जताई है कि कैसे मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से जारी समस्याओं का समाधान करेंगे। हालांकि इकोनॉमिस्ट ने यह भी साफ किया है कि इस लेख के जरिए अखबार राहुल गांधी या फिर कांग्रेस का प्रचार नहीं करना चाहता है। इकोनॉमिस्ट ने लिखा है कि उसे राहुल गांधी या फिर कांग्रेस के नेतृत्व से कोई उम्मीदें नहीं हैं लेकिन साथ ही अखबार भारत के लोगों को सलाह देते हैं कि वह कम निराशाजनक विकल्प का चुनाव करें।