नई दिल्ली,एजेंसी-27 मई | देश के नए रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछली सरकार द्वारा सेनाध्यक्ष सहित कुछ नियुक्तियों पर विवाद खड़ा किया था और कहा था कि नई सरकार को पिछली सरकार की नियुक्तियों की समीक्षा का अधिकार होगा। मौजूदा सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह के उत्तराधिकारी के रूप में नामित लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग को नामित किए जाने के बारे में संवाददाताओं द्वारा सवाल किए जाने पर जेटली ने कहा, “मैं समझता हूं कि किसी भी व्यक्ति को नियुक्त किए जाने के बारे में किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए।”
जेटली ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कहा, “जब आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू थी, उस समय अपनाई गई कुछ प्रक्रिया को लेकर टिप्पणी की गई थी। इसे किसी व्यक्ति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।”
जेटली को नई सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया है और रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने कार्यकाल के आखिरी दिनों में सुहाग को नया सेनाध्यक्ष नामित करने का फैसला लिया था। संवैधानिक रूप से जरूरी इस नियुक्ति को निर्वाचन आयोग से मंजूरी मिलने के बाद ही हरी झंडी दी गई थी।
भाजपा ने नियुक्ति पर यह कहते हुए आपत्ति दर्ज की थी कि इस मामले में किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाई जानी चाहिए थी।
पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह ने असम में गुप्तचरी अभियान में छल को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल सुहाग पर अनुशासनिक प्रतिबंध लगा दिया था। मगर जनरल विक्रम सिंह ने सेना की कमान संभालने के बाद मई 2012 में प्रतिबंध हटा लिया था।
जनरल वी.के. सिंह अब नई सरकार में वि देश राज्यमंत्री हैं।