नई दिल्ली,एजेंसी-29 मई। कांग्रेस ने ट्राई के पूर्व अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्ति पर आज सवाल उठाते हुए सवाल किया कि सरकार ने इस सिलसिले में अध्यादेश का रास्ता क्यों अपनाया।
कांग्रेस महासचिव एवं पार्टी के संवाद विभाग के प्रमुख अजय माकन ने हालांकि यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी अधिकारी में कोई दोष नहीं बता रही है और ईमानदार एवं बेबाक व्यक्ति के रूप में उनकी सराहना करती है।
मिश्रा की बुधवार को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त की गई। इससे पहले सरकार ने एक अध्यादेश जारी कर उस कानून में संशोधन किया जिसके तहत उनकी किसी महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति नहीं की जा सकती थी।
ट्राई कानून के तहत पद छोड़ने के बाद उसके अध्यक्ष एवं सदस्य केन्द्र या राज्य सरकारों में कोई अन्य नौकरी नहीं कर सकते हैं।
माकन ने कहा कि अध्यादेश का रास्ता अपनाकर उन्होंने न केवल संसद की अनदेखी की है बल्कि आपात प्रावधानों का इस्तेमाल कर उन्होंने अपने स्वयं के मंत्रिमंडल की भी अनदेखी की है। इसी भाजपा ने कांग्रेस का उस समय विरोध किया था जब वह अध्यादेश के जरिये खाद्य सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निरोधक उपाय लाई थी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे लिए आश्चर्यजनक बात मोदी एवं भाजपा सरकार द्वारा चुना गया रास्ता है। वह भी किसी जन कल्याण के लिए नहीं। भाजपा को इसे नहीं अपनाना चाहिए था।