नई दिल्ली,एजेंसी-21 जून। कांग्रेस के जिन तीन मुख्यमंत्रियों पर तलवार लटक रही है, उनमें सबसे पहले असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई पर गाज गिर सकती है।
लोकसभा चुनाव में हार के तुरंत बाद तरुण गोगोई ने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे आलाकमान ने ठुकरा दिया था। लेकिन राज्य कांग्रेस की तरफ से नेतृत्व परिवर्तन की भारी मांग के बाद आलाकमान को अपना फैसला बदलना पड़ सकता है।
माना जा रहा है कि राज्य के 78 में से 45 विधायक नेतृत्व परिवर्तन के लिए मुहिम चला रहे थे और ये आशंका जताई जा रही थी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो पार्टी में बगावत भी हो सकती है। गौरतलब है कि असम में दो साल बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर एक बैठक हुई है, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा भी शामिल हुए। चुनाव में हरियाण में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठ रही है। खास बात यह है कि आज ही सोनिया एक हफ्ते के लिए विदेश जा रही हैं।
उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के बदले जाने को लेकर अटलें तेज हैं और इसी वजह से राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण शुक्रवार देर रात दिल्ली पहुंचे और उन्होंने सबसे पहले अहमद पटेल से मुलाकात की। माना जा रहा है कि चव्हाण आज भी कई कांग्रेसी नेताओं से मिलेंगे।
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए चव्हाण ने कहा कि लोकसभा चुनावों में हार के बाद कई मुख्यमंत्रियों ने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि वे पार्टी के लिए काम करने चाहते हैं और पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।
Check Also
हिंदू ग्रंथों में पौष पूर्णिमा के दिन दान, स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने विशेष महत्व बताया गया है : धर्म
पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहते हैं. हिंदू धर्म में …