नई दिल्ली,एजेंसी-1 जुलाई। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हाल में सीबीआई से पूछताछ किए जाने के बाद नारायणन पर इस्तीफा का भारी दबाव था लेकिन वह इस्तीफा न देने पर अड़े हुए थे। सीबीआई ने एंगलो इटेलियन कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों के लिए हेलीकॉप्टर के 3600 करोड़ रुपए के सौदे में रिश्वत के आरोप की जांच के सिलसिले में नारायणन से बतौर गवाह पूछताछ की थी। सीबीआई के अनुसार, नारायणन उस समूह में शामिल थे जिसने हेलीकॉप्टर खरीदने से पहले निविदा प्रक्रियाओं को देखा था। पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनने से पहले नारायणन सुरक्षा सलाहकार थे। सीबीआई वांचू का भी बयान रिकॉर्ड कर सकती है। उन्हें एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है। वह राज्यपाल बनने से पहले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के प्रमुख थे। सीबीआई ने सौदे में 360 करोड़ रुपए के रिश्वत मामले की जांच के संदर्भ में उनके बयान रिकॉर्ड करने की अनुमति मांगी थी। पिछले साल दिसंबर में यूपीए सरकार ने सौदे को रद्द कर दिया था। सीबीआई ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के साथ 13 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें त्यागी के रिश्तेदार और यूरोपीय बिचौलिया भी शामिल है। पूर्व वायुसेना प्रमुख के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने खरीदे जाने वाले हेलीकॉप्टर के लिए उड़ान ऊंचाई की सीमा कम कर दी थी ताकि अगस्ता वेस्टलैंड भी बोली में शामिल हो सके। त्यागी ने आरोपों से इनकार किया है। एजेंसी मामले में कई नौकरशाहों से पूछताछ कर चुकी है। कुल मिलाकर इस रक्षा घोटाले में अभी और भी ढेरों ऐसे पेंच हैं जिन्हें सीबीआई को सुलझाना है। इस्तीफे का दबाव नारायणन पर काफी पहले से था लेकिन सरकार बदलने के बाद परिस्थितियां बदल गईं।
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