तिरुवनंतपुरम,एजेंसी-8 जुलाई। इराक में जारी हिंसा के बीच बगदाद की मेडिकल सिटी में काम कर रहीं 74 भारतीय नर्से भारत लौटने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। ये सभी नर्से केरल राज्य से ताल्लुक रखती हैं। एक नर्स ने आईएएनएस को बगदाद से फोन पर बताया कि वे जहां हैं वहां एक समय स्थिति सामान्य थी। वे जनवरी में बगदाद आई थीं।
नर्स ने कहा, “कभी-कभी हम धमाकों की आवाज सुनते थे। हमें पता नहीं था कि ये विस्फोट की आवाज है। अब हम समझ जाते हैं कि कोई कार बम फटा है। हम जब से यहां आए तब से ऐसे ही हालात हैं। हम इस बात को लेकर हम असमंजस में हैं कि भारत लौटें या नहीं।”
ये सभी 74 नर्से दो समूहों में बगदाद पहुंची थीं। कुछ वहां 18 महीने से हैं जबकि बाकी नर्से जनवरी से ही वहां हैं।
नर्स ने बताया, “अगर यहां हालात ठीक हो जाएं तो हम यहीं रहकर काम करना चाहेंगे। अगर ऐसा नहीं होता तो हम लौट जाना चाहेंगे। हमने अनुबंध सितंबर 2013 में किया था और अब यहां का प्रबंधन हमसे अगले साल का भी अनुबंध करना चाहता है। अनुबंध की हमारा समय-सीमा भी नजदीक आ रही है।”
नर्स ने बताया कि वे अस्पताल परिसर में ही रहती हैं। जब पैसे केरल भेजने होते हैं तभी दो महीने में एक बार वे बाहर जाती हैं। इस दौरान अस्पताल का सुरक्षा कर्मचारी भी उनके साथ होता है। नर्स ने बताया कि अस्पताल में ही दुकानें और कैफेटेरिया आदि हैं।
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि केरल का कोई व्यक्ति इराक से वापस आना चाहता है तो सरकार उसे वापस लाएगी।
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