नई दिल्ली,एजेंसी-9 जुलाई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। सोनिया ने लोकसभा में पार्टी के नेता को नेता प्रतिपक्ष का पद दिए जाने की मांग को लेकर यह मुलाकात की है। पार्टी नेताओं ने हालांकि राष्ट्रपति से सोनिया गांधी की मुलाकात को ‘औपचारिक’ बताया है।
कांग्रेस लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद लेने के लिए संघर्ष कर रही है। पार्टी का कहना है कि संसद के निचले सदन में संख्या बल के हिसाब से दूसरे नंबर की पार्टी है और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का नेतृत्व करती है। सोनिया ने खुद भी इस मांग को रखा है और कहा है कि कांग्रेस विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी है और उसका चुनाव पूर्व गठबंधन रहा है।
उन्होंने सोमवार को कहा था, ‘‘हम लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद पाने की योग्यता रखते हैं।’’ लोकसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 44 है लेकिन नेता प्रतिपक्ष के लिए 545 सदस्यों वाले सदन में 10 प्रतिशत की अनिवार्यता है। इस लिहाज से पार्टी कुल सदस्य संख्या कम होती है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने पूर्व के उदाहरण देकर यह संकेत दिया है कि वह कांग्रेस की मांग को जायज नहीं मानते। भाजपा ने हालांकि यह भी कहा है कि इस मांग पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन फैसला लेंगी।