बंगलुरु,(एजेंसी) 04 सितम्बर । इंफोसिस के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर विशाल सिक्का कंपनी को अपने कोड और एप्लिकेशंस बेहतर और यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए डिजाइन थिंकिंग अप्लाई करने का जिम्मा देंगे। बंगलुरु की यह सॉफ्टवेयर कंपनी अगले महीने के मिड में अपनी नई स्ट्रैटेजी पेश करने की तैयारी में जुटी है। उनका यह कदम 35 साल पुरानी कंपनी की कायापलट करने वाला सबसे बड़ा बदलाव होगा।
कॉन्सटलेशन रिसर्च के फाउंडर और एनालिस्ट रे वांग कहते हैं, ‘इस कवायद का मकसद कंपनी के डीएनए को चेंज करना है।’ उन्होंने यह भी कहा कि सिक्का इसकी शुरुआत कोर अपनी मैनेजमेंट टीम से कर सकते हैं और आगे चलकर इसमें छोटी टीमों को शामिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘कल्चरल ट्रांसफॉर्मेशन’ सिर्फ एक नहीं, कई प्रोजेक्ट्स में होंगे।‘ डिजाइन थिंकिंग की कोई एक परिभाषा नहीं है लेकिन आमतौर पर माना जाता है कि इसमें प्रॉब्लम सॉल्विंग का क्रिएटिव और सिस्टमैटिक अप्रोच शामिल होता है और इसमें यूजर को ध्यान में रखकर चीजें सोची जाती है।
सिक्का ने सोमवार को डिजाइन थिंकिंग की अहमियत पर जोर देने वाला ब्लॉग लिखा था। पखवाड़ा भर पहले सिक्का के 20 सीनियर एग्जिक्यूटिव्स इस प्रैक्टिस को समझने के लिए स्टैनफोर्ड डिजाइन स्कूल गए थे। यह डिजाइन स्कूल 2005 में इंफोसिस में सिक्का के मेंटर प्लैटनर के 3.5 करोड़ डॉलर के डोनेशन से शुरू हुआ था। सिक्का ने ब्लॉग में लिखा है, ‘हमें और हमारे क्लाइंट्स को अपनी सीमाओं को विस्तार देने के लिए डिजाइन थिंकिंग अपनाने और उस पर अमल करने और इनोवेशन करने से आगे चलकर काम को बढ़ावा मिलेगा।’
एप्लिकेशंस और कोड्स को ज्यादा यूजर फ्रेंडली और सुंदर बनाने के लिए जरूरी डिजाइन थिंकिंग या फोकस्ड थिंकिंग नहीं होने से आने वाले समय में लोकल सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर कंपनियों को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इन कंपनियों के ट्रेडिशनल आउटसोर्सिंग से हासिल होने वाले प्राफिट मार्जिन पर प्रेशर बन रहा है। इंटरनेशनल लेवल पर प्रॉक्टर एंड गैंबल जैसी कंज्यूमर गुड्स कंपनियों ने इनोवेटिव प्रॉडक्ट्स बनाने के लिए डिजाइन थिंकिंग अपनाई है।
वांग ने कहा, ‘आप ट्रेनर को डिजाइन थिंकिंग में ट्रेनिंग देते हैं। आप आमतौर पर छोटे प्रोजेक्ट्स से शुरू करते हैं और इसे आगे चलकर किसी प्रोजेक्ट पर एक दूसरे के साथ काम करने वाली टीमों तक ले जाते हैं। कल्चरल ट्रांसफॉर्मेशन एक नहीं कई प्रोजेक्ट्स में होता है।‘ मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने बताया कि डिजाइन थिंकिंग लागू करने के लिए सिक्का डिजाइन कोच हायर कर सकते हैं और डिजाइन थिंकर्स की कोर टीम बना सकते हैं, जो कई प्रोजेक्ट्स पर काम करेगी। सिक्का लगातार कहते रहे हैं कि सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज के बीच की लाइन धुंधली हो रही है। ऐसे में बहुत से लोगों को लगता है कि वह अपना नया अप्रोच सिर्फ इंफोसिस लैब या हाल में कंपनी में तब्दील किए गए प्रॉडक्ट्स एंड प्लेटफॉर्म सब्सिडियरी एजवर्व तक सीमित नहीं रखेंगे, बल्कि उसको इंफोसिस में भी यूज कर सकते हैं।