मथुरा ,(एजेंसी) 18 सितम्बर । बॉलिवुड एक्ट्रेस से सांसद बनीं हेमा मालिनी के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार और बंगाल की विधवाओं को अपने-अपने राज्यों में ही रहना चाहिए और वृंदावन में भीड़ नहीं लगानी चाहिए। कांग्रेस ने हेमा के इसी बयान को लेकर उन पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि बीजेपी के नेता देश और समाज को बांटने की बातें क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि बीजेपी के कुछ नेता सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं तो कुछ सामाजिक मुद्दों पर राज्यों में मतभेद पैदा कर रहे हैं। गौरतलब है कि मथुरा लोकसभा सीट से बीजेपी की सांसद हेमा मालिनी ने सोमवार को मथुरा संसदीय क्षेत्र के दौरे के वक्त यह विवादित बयान दिया था।
हेमा ने कहा था, ‘वृंदावन में 40,000 विधवाएं हैं। मुझे लगता है, शहर में और जगह नहीं है। बड़ी तादाद में विधवाएं बंगाल से आ रही हैं। यह सही नहीं है। वह बंगाल में ही क्यों नहीं रहती। वहां भी अच्छे मंदिर हैं। यही बात बिहार पर भी लागू होती है।‘
हेमा ने कहा था कि वह इस बारे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात करेंगी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वृंदावन में बसी विधवाओं के पास बैंक बैलेंस, अच्छी आय और अन्य सुविधाएं हैं, लेकिन उन्हें भीख मांगने की आदत पड़ गई है। गौरतलब है कि हेमा मालिनी मई में हुए लोकसभा चुनाव में मथुरा से भारी बहुमत से चुनाव जीती थी, लेकिन निर्वाचन क्षेत्र में उनकी लंबी गैरहाजिरी से नाराज होकर मतदाताओं ने गुमशुदा के नाम से उनके पोस्टर लगाए थे।
उल्लेखनीय है कि यूपी के वृंदावन को पवित्र शहरों में शुमार किया जाता है। वहां हजारों की तादाद में विधवाएं बसी हुई हैं। वृंदावन भी मथुरा जिले का ही हिस्सा है।