भिवंडी,(एजेंसी) 12 अक्टूबर । शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने युति तोड़ने के मामले में बीजेपी पर विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने युति तोडकर शिवसेना के पीठ में खंजर घोंपने का काम किया है। उद्धव ठाकरे भिवंडी की तीनों विधानसभाओं पूर्व के रुपेश म्हात्रे, पश्चिम के मनोज काटेकर एवं ग्रामीण विधानसभा के शांताराम मोरे के लिए अंबाडी नाके पर आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उक्त आरोप लगाया। इस सभा में एमएनएस के शाम पाटील, राम लहारे, कांग्रेस के कुंदन पाटील सहित कई कार्यकर्ता शिवसेना में शामिल हुए, जिनका उद्धव ठाकरे ने स्वागत किया।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के केंद्रीय नेताओं की खिल्ली उडाते हुए कहा कि गली के प्रचार के लिए दिल्ली के केंद्रीय मंत्री घूम रहे हैं, जबकि उनके पास मुख्यमंत्री कौन होगा यह चेहरा ही नहीं है। कहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री न बता दें। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी जब कमजोर थी, तो उसने शिवसेना से गठबंधन किया था और जब ताकतवर हो गई, तो पिछले 25 वर्षों की दोस्ती को एक झटके में तोड दी। पिछले 25 साल बीजेपी जब संकट में थी, तो हमने हमेशा उनकी मदद की, लेकिन अच्छे दिन आने की सोचकर उन्होंने हमारे साथ धोखा किया। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने ताकतवर होने का दिखावा किया है उसके पास तो चुनाव लडने के लिए न पहले प्रत्याशी थे, न आज हैं।
पिछले 25 वर्षों में मुझे यहां आने की कभी जरूरत ही नहीं पडी। उन्होंने कहा कि यहां से शिवसेना का उम्मीदवार जीतने के बाद फिर कभी यह सीट बीजेपी के पास नहीं जाएगी। बडे-बडे दावा करने वाली बीजेपी के पास तो लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी नहीं था। लोकसभा चुनाव में उन्हें दूसरी पार्टी से उम्मीदवार आयात करना पडा था। उद्धव ठाकरे ने ठाणे जिला के आदिवासी इलाकों में पीने के पानी की और स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्या के लिए कांग्रेस-एनसीपी सहित यहां के बीजेपी विधायक को जिम्मेदार ठहराया।
इस सभा में शिवसेना के तीनों उम्मीदवारों रुपेश म्हात्रे, मनोज काटेकर एवं शांताराम मोरे सहित विधायक एकनाथ शिंदे, कृष्णकांत कोंडेलकर, विश्वास थले, देवानंद थले एवं प्रकाश पाटील सहित हजारों की संख्या में शिवसैनिक मौजूद थे। चिलचिलाती धूप के बावजूद हजारों की संख्या में शिवसैनिक उद्धव ठाकरे को सुनने के लिए घंटों वहां बैठे रहे।