लखनऊ,(एजेंसी)15 अक्टूबर । लोकसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद बहुजन समाज पार्टी अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग गई है। पार्टी ने यूपी में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों को चुनने का काम अभी से शुरू कर दिया है।
पार्टी चीफ मायावती ने सूबे के कई जिलों की विधानसभा सीटों पर पार्टी की जमीनी ताकत का अंदाजा करने के बाद संभावित दावेदारों को चुनाव की तैयारी में जुटने की हरी झंडी दे दी है। इसी साल दिसंबर के आखिर तक बीएसपी राज्य की ज्यादातर सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर देगी और नए साल से ये संभावित दावेदार आम जनता के बीच अपनी चुनावी जमीन तैयार करते नजर आएंगे।
चुनाव चाहे लोकसभा का हो या विधानसभा का, बीएसपी हमेशा काफी पहले से उम्मीदवार तय करती आई है। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में राज्य की सत्ता से बाहर होने के तुरंत बाद बीएसपी प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार तय कर दिए थे। संभावित दावेदारों की तैयारी की समय-समय पर समीक्षा करने के साथ हालांकि कई नाम बदले भी गए।
यह बात साफ है कि इतना सब करने के बाद भी बीएसपी को पिछले लोकसभा चुनाव में सफलता नहीं मिली। मायावती अब राज्य में पार्टी की मजबूत पैठ फिर से बनाने की कोशिशों में जुट गई हैं। उन्होंने सबसे पहले पार्टी के ढांचे में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया। एजेंडे के हिसाब से संगठन के नये ढांचे का खाका पिछले दिनों मायवती के सामने रखा गया था, जो उनकी कसौटी पर खरा नहीं उतरा।
इसके बाद माया ने नये सिरे से संगठन को तैयार करने का काम पार्टी के जिम्मेदार नेताओं को सौंपा था। मायावती ने प्रदेश के 50 से अधिक जिले में पार्टी की ताजा स्थिति और वहां के समीकरणों के हिसाब से करीब 200 सीटों पर विधानसभा चुनाव के संभावित दावेदार तय किए हैं, जिन्हें विधानसभा प्रभारी बनाए जाएगा। तय किए गए दावेदारों को चुनाव की तैयारी का मकसद पार्टी प्रमुख दिसंबर के अंत तक तय कर देंगी और फिर हर चार माह में इनकी तैयारियों का रिव्यू किया जाएगा।
तैयारियों की रिव्यू का काम विधानसभा चुनाव तक लगातार चलेगा। इस दौरान पार्टी प्रमुख की कसौटी पर खरे न उतरने वालों का पत्ता साफ कर नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों पर बीएसपी प्रमुख ने उम्मीदवारों के नाम तय भी कर दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई ऑफिशल लिस्ट नहीं जारी की गई है।