नई दिल्ली, (एजेंसी) 24 अक्टूबर । दीपावली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात भारतीय सैनिकों के साथ कुछ समय बिताया। उन्होंने संदेश दिया कि सभी भारतीय उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री राज्य के बाढ़ पीडि़तों से मिले और उन्हें हरसंभव मदद का ऐलान किया।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘शायद पहली बार किसी प्रधानमंत्री को दिपावली के शुभ दिन हमारे जवानों के साथ समय बिताने का अवसर मिला है। बर्फ की ऊंची चोटियों से अपने बहादुर जवानों और सशस्त्र बलों के अधिकारियों को मैं दीपावली की बधाई देता हूं।‘ दिल्ली से रवाना होने से पहले पूर्व मोदी ने कहा कि मैं प्रत्येक भारतीय की ओर से यह संदेश लेकर सियाचिन जा रहा हूं कि हम आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। देश के प्रहरियों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘चाहे यह ऊंचाई हो या भीषण ठंड, हमारे सैनिकों को कोई नहीं रोक सकता। वे वहां खड़े हैं और देश की सेवा कर रहे हैं। वे हमें सही मायने में गौरवान्वित कर रहे हैं।‘
बंद का आंशिक असरः
मोदी के कश्मीर दौरे के विरोध में अलगाववादी समूहों द्वारा किए गए बंद के आह्वान का घाटी में आंशिक असर देखने को मिला। लाल चैक के आसपास की अधिकतर दुकानें बंद रहीं। लेकिन कश्मीर के अन्य जिलों में बाजार खुले दिखे।
पाक ने फिर गोलीबारी की
मोदी के दौरे के दौरान पाकिस्तान ने फिर सीजफायर तोड़ा। पाकिस्तानी रेंजरों ने सांबा, कठुआ और जम्मू जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती चैकियों पर गोलीबारी की। बीएसएफ के प्रवक्ता ने यहां बताया कि पाकिस्तानी रेंजरों ने तड़के एक बजे और चार बजे रामगढ़ और अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर छोटे हथियारों से कुछ चैकियों पर गोलीबारी की। बीएसएफ के जवानों ने इसका जोरदार जवाब दिया। पड़ोसी देश की ओर से इस महीने शुरू से संघर्षविराम के उल्लंघन की घटनाओं में 13 सुरक्षाकर्मियों समेत 95 लोग घायल हुए हैं।
लगातार सीजफायर तोड़ने जाने से खफा बीएसएफ ने इस बार दिवाली के मौके पर पाकिस्तानी रेंजर्स को मिठाई नहीं भेंट की। उधर, पाकिस्तान की संसद ने भारत पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए गुरुवार को आम राय से एक प्रस्ताव पारित किया और सरकार को कश्मीर मुद्दे के हल के लिए संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप करने को कहा।